क्रिया विशेषण किसे कहते हैं | Kriya Visheshan Kise Kahate Hain

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क्रिया विशेषण किसे कहते हैं? Kriya Visheshan Kise Kahate Hain?

क्रिया विशेषण की परिभाषा: जिस शब्द से हमें क्रिया की विशेषता का पता चलता है अथवा जो शब्द क्रिया की विशेषता का बोध कराता है, उसे क्रिया विशेषण कहते हैं।
उदाहरण-
चीता सबसे तेज दौड़ने वाला जानवर है।
कछुआ धीरे-धीरे चलता है।
उपयुक्त उदाहरण में “दौड़ना” क्रिया है और सबसे “तेज” क्रिया की विशेषता है वैसे ही “चलना” क्रिया है और “धीरे-धीरे” उसकी विशेषता है।

क्रिया विशेषण
क्रिया विशेषण

क्रिया विशेषण के भेद | Kriya Visheshan Ke Bhed

क्रिया विशेषण को तीन भागों में बांटा गया है-

  1. पहला प्रयोग के आधार पर
  2. दूसरा रूप के आधार पर
  3. तीसरा अर्थ के आधार पर

प्रयोग के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद

साधारण क्रिया विशेषण

जिस क्रिया विशेषण का प्रयोग वाक्य में स्वतंत्र रूप से किया जाता है उसे साधारण क्रिया विशेषण कहते हैं।
उदाहरण –
बच्चों, मेहनत से पढ़ाई करो।
अच्छा! वह बहुत सुंदर है।

संयोजक क्रिया विशेषण

जिस वाक्य से क्रिया विशेषण का संबंध उसके संयोजक क्रिया से हो अर्थात जो संयोजक शब्द जो दो क्रिया विशेषण को जोड़ता है, उसे संयोजक क्रिया विशेषण कहते हैं।
उदाहरण-
जैसे ही तुम आए वैसे ही वह तेज भाग गया।
जहां तुम रहोगे वहां मैं अच्छा रहूंगा।
उपर्युक्त उदाहरण में जैस, वैसे, जहां, वहां क्रिया विशेषण को जोड़ने का काम कर रहा है।

अनुबद्ध क्रिया विशेषण

जिस शब्द से निश्चित रूप से या किसी बात के प्रति अनुबद्ध हो (निश्चय के साथ) उस क्रिया विशेषण को अनुबद्ध क्रिया विशेषण कहते हैं।
उदाहरण-
परीक्षा के लिए अभ्यास करना ही है।
आपकी आज्ञा देने का इंतजार है।

रूप के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद

मूल क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जो दूसरे शब्दों के मिलने से नहीं बनता है अर्थात वे शब्द स्वतंत्र रूप से वाक्य में प्रयुक्त होते हैं।
उदाहरण –
हार, जीत, पढ़, लिख, तीव्र

यौगिक क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जो दूसरे शब्दों में प्रत्यय या पद लगाने से बनते हैं उन्हें यौगिक क्रिया विशेषण कहते हैं।
उदाहरण –
दया+वान= दयावान
झगड़ा+ आलू =झगडालू

स्थानीय क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जो अपने मूल रूप के साथ एक विशेष स्थान पर प्रयुक्त किया जाता है उसे स्थानीय क्रिया विशेषण कहते हैं।
उदाहरण –
वह पढ़ाई मेहनत से करता है।
वह चल कर थक जाता है।
उपयुक्त उदाहरण में स्पष्ट हो रहा है कि “मेहनत” और “थक” क्रिया की विशेषता बता रहे हैं जो अपने मूल रूप में प्रयुक्त किए जा रहे हैं।

अर्थ के आधार पर क्रिया विशेषण के भेद

स्थान वाचक क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जिससे कार्य के होने का स्थान का पता चले, उसे स्थान वाचक क्रिया विशेषण कहते हैं।
उदाहरण –
बच्चे मैदान में आनंद पूर्वक खेलते हैं।
किसान खेत में फसल अच्छा उपजा रहे हैं।
उपयुक्त उदाहरण में “मैदान”, “खेत” क्रिया विशेषण शब्द के स्थान का बोध करा रहे हैं।

कालवाचक क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जिसके कार्य के होने का समय का पता चले, उसे कालवाचक क्रिया विशेषण कहते है।
उदाहरण –
कल मेरे घर शानदार पार्टी होगी।
राम कल अपने दोस्तों के साथ बहुत मस्ती किया।
वह पहले बहुत सोता था।
उपयुक्त उदाहरण में कल, आज, पहले इत्यादि शब्द क्रिया विशेषण के काल अर्थात समय का बोध करा रहे हैं।

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परिमाणवाचक क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जिसके कार्य के होने में उसका परिणाम या मात्रा का पता चलता है उसे परिमाण क्रिया विशेषण कहते है।
उदाहरण –
राम ने दो किलो चावल अधिक खरीदा।
वह बहुत ज्यादा बोलता है।
उपयुक्त उदाहरण में दो किलो, ज्यादा से क्रिया विशेषण के मात्रा या परिमाण का पता चलता है।

रीतिवाचक क्रिया विशेषण

ऐसे क्रिया विशेषण शब्द जिसके कार्य करने के एक नियम, तरीका या रीति का बोध हो उसे रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं।
उदाहरण –
वह रोज नियम पूर्वक मंदिर जाता है।
राम के काम करने का तरीका अच्छा है।
कछुआ अपने स्वभाव से धीरे-धीरे चलता है।
उपयुक्त उदाहरण में नियम पूर्वक, तरीका, धीरे-धीरे क्रिया विशेषण के नियम या रीति का बोध कराते हैं।

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