अकबर बीरबल और सबसे खूबसूरत बच्चा | Sabse Khoobsurat Bachha

अकबर-बीरबल की कहानी: सबसे खूबसूरत बच्चा (Akbar-Birbal Story: The Most Beautiful Child)

0
1544

अकबर बीरबल और सबसे खूबसूरत बच्चा (Sabse Khoobsurat Bachha): एक बार बादशाह अकबर अपने शहजादे को दरबार में अपने साथ लेकर आए। शहजादा होने की वजह से उनकी सुंदरता चौगुनी बढ़ गई थी। क्योंकि छोटा बच्चा हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। यही कारण था कि राज दरबार में उपस्थित सभी दरबारी शहजादे को दुनिया का सबसे खूबसूरत बच्चा कह रहे थे।

सभी की बात सुनकर बादशाह अकबर का सीना चौड़ा हो गया। उन्होंने गर्व से कहा कि शहजादे है ही दुनिया का सबसे खूबसूरत बच्चा। सभी दरबारी अकबर की इस बात पर हामी भर रहे थे। तभी अकबर का ध्यान बीरबल पर गया। वह कुछ शांत नजर आ रहे थे। अकबर बीरबल से पूछते हैं कि तुम्हारा इस बारे में क्या विचार है?

बीरबल बोले- जहांपनाह! गुस्ताखी माफ हो। शहजादा सुंदर है, लेकिन मेरे ख्याल से वे पूरी दुनिया का सबसे सुंदर बच्चा नहीं है।

अकबर खीझते हुए बोले- तुम्हारे कहने का मतलब है कि शहजादा सुंदर नहीं है!

बीरबल बोले- नहीं, नहीं जहांपनाह! मेरे कहने का मतलब यह नहीं था। मेरे कहने का तात्पर्य है कि शहजादा खूबसूरत है, परंतु दुनिया में और भी सुंदर बच्चे होंगे।

बीरबल की बात सुनकर अकबर बोले- दुनिया में शहजादे से भी ज्यादा खूबसूरत बच्चा है तो तुम उसे हमारे सामने ले आओ।

अकबर बीरबल और सबसे खूबसूरत बच्चा Sabse Khoobsurat Bachha
अकबर बीरबल और सबसे खूबसूरत बच्चा Sabse Khoobsurat Bachha

अकबर बीरबल और सबसे खूबसूरत बच्चा | Sabse Khoobsurat Bachha

अकबर का आदेश सुनकर बीरबल शहजादे से भी सुंदर बच्चे की खोज में निकल जाते हैं। कुछ दिन बीतने के बाद बीरबल राज दरबार में वापस लौटते हैं। बीरबल राज दरबार में अकेले आते हैं। बीरबल को अकेले आता देखकर जहांपनाह! अकबर खुश हो जाते हैं। क्योंकि यह देखकर वह मान बैठते हैं कि बीरबल को शहजादे से ज्यादा सुंदर बच्चा अवश्य ही नहीं मिला होगा।

बीरबल, अकबर के पास आकर बोलते हैं- जहांपनाह! मैं आपको इस बात की सूचना देने आया हूं कि मैंने शहजादे से भी सुंदर बच्चे की तलाश कर लिया है।

अकबर- बच्चा मिल गया है तो वह तुम्हारे साथ क्यों नहीं है?

बीरबल- जहांपनाह! मैं उसे अपने साथ दरबार में नहीं ला सकता था।

अकबर- तो फिर तुम इस बात का प्रमाण कैसे दोगे?

बीरबल- गुस्ताखी माफ जहांपनाह! आपको स्वयं उस बच्चे के पास जाना होगा।

अकबर- जरूर, मैं जरूर उस बच्चे को देखने जाऊंगा।

अगली सुबह अकबर और बीरबल अपना वेश-भूषा बदल कर उस बच्चे को देखने निकल जाते हैं।
बीरबल, जहांपनाह को एक झोपड़ी में लेकर जाता है। वहां पर एक बच्चा जमीन पर लोट-पोट होकर खेल रहा था। बीरबल उस बच्चे की ओर इशारा करते हुए कहते हैं, जहांपनाह! यही है वह सुंदर बच्चा।

अकबर नाराज होते हुए कहते हैं- बीरबल, यह क्या मजाक है। इस मैले-कुचैले बच्चे को सबसे सुंदर बच्चा कह रहे हो।

अकबर के तेज स्वर में बात करने से बच्चा रो पड़ता है। बच्चे का रोना सुनकर उसकी मां तेजी से झोपड़ी से बाहर आती है। मां, बच्चे से रोने का कारण पूछती है। बच्चे ने अपने लिए कहे शब्द मां को बता देता है। यह जानकर मां गुस्से से अकबर और बीरबल दोनों को खूब खरी-खोटी सुनाती है और दोनों को तुरंत वहां से चले जाने को कहती है। इतना कह कर, मां अपने बच्चों को चुप कराते हुए कहती है। मेरा बच्चा दुनिया का सबसे खूबसूरत बच्चा है।

बीरबल, जहांपनाह! यह देखकर आप को मानना होगा कि मैंने संसार का सबसे खूबसूरत बच्चा ढूंढ लिया है।

अकबर- निःसंदेह बीरबल! तुमने ढूंढ लिया है संसार का सबसे खूबसूरत बच्चा।

बीरबल- जहांपनाह! बच्चा कैसा भी हो वह अपने माता-पिता के लिए सबसे सुंदर बच्चा होता है। उसकी जगह कोई भी नहीं ले सकता है।

अकबर- तुम सही फरमा रहे हो बीरबल। हर माता-पिता के लिए उसका बच्चा सुंदर होता है।

बीरबल- जहांपनाह! मेरे यह सब कहने का यह तात्पर्य था कि आप शहजादे को चापलूसो से दूर रखें और उनकी अच्छी तालीम दिलवाएँ।

अकबर प्रसन्न होते हुए बीरबल को दुआएं देते हैं।

ये कहानियाँ भी पढ़ें-

हमें फेसबुक पर फॉलो करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here